जाओ ढ़ूँढ लेना हम से ज्यादा चाहने वाला....!!!
मिल जाये तो खुश रहना,
मिल जाये तो खुश रहना,
ना मिले तो हम फिर भी तेरे ही है...
फूलों की तरह जीना चाहा था हमने
लोगों ने सच में ही तोड़ कर रख दिया
हम भी लिखेंगे अपनी कहानी आज रात को
अभी इकठ्ठा कर रहें है टूटे हुवे जज्बातों को
महफ़िल में इस कदर पीने का दौर था
हमको पिलाने के लिए सबका जोर था,
पी गए हम इतनी यारो के कहने पर,
न अपना गौर था न ज़माने का गौर था…
-Unknown
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