यूं तसल्ली दे रहे हैं हम "ए दिल" दिल-ए-बीमार को,.
जिस तरह थामे कोई, गिरती हुई दीवार को।।
जिस तरह थामे कोई, गिरती हुई दीवार को।।
-Unknown
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ज़िंदगी चाहे 1एक दिन की हो या चाहे 4 चार दिन की,
उसे ऐसे जियो जैसे कि ज़िंदगी तुम्हें नहीं मिली,
ज़िंदगी को तुम मिले हो.
उसे ऐसे जियो जैसे कि ज़िंदगी तुम्हें नहीं मिली,
ज़िंदगी को तुम मिले हो.
-Unknown
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आँखें भिगोने लगी है अब तेरी बातें,
काश तुम अजनबी ही रहते तो अच्छा होता !!
काश तुम अजनबी ही रहते तो अच्छा होता !!
-Unknown
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इश्क कुछ पल के लिए खोने और पाने की कहानी नहीं होती है...
बल्कि लूटाने के लिए यह पूरी जिन्दगानी होती है...
तेरी रूह का मेरी रूह से निकाह हो गया हैं जैसे,
तेरे सिवा किसी और का सोचूं तो नाजायज़ सा लगता है...
-Unknown
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उसकी निगाहों में इतना असर था,
खरीद ली उसने एक नज़र में ज़िन्दगी मेरी ..
खरीद ली उसने एक नज़र में ज़िन्दगी मेरी ..
सुना है मौत एक पल की मोहलत नहीं देती,
अगर मैं अचानक मर जाऊं तो मुझे माफ कर देना.
अगर मैं अचानक मर जाऊं तो मुझे माफ कर देना.
'कितना खुशनुमा होगा वो मेरे इँतज़ार का मंजर भी...
जब ठुकराने वाले मुझे फिर से पाने के लिये आँसु बहायेंगे...'
जब ठुकराने वाले मुझे फिर से पाने के लिये आँसु बहायेंगे...'
-Unknown
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